Vol. 2, Issue 11, Part A (2016)
आस्था और मूल्यों के संघर्ष की कथारू ‘गोधूलि’
आस्था और मूल्यों के संघर्ष की कथारू ‘गोधूलि’
Author(s)
डॉ. उत्तम पटेल
Abstract
‘गोधूलि’ भैरप्पा का सुप्रसिद्ध उपन्यास है। इस उपन्यास को भैरप्पा ने ‘तब्ब्लियु नीनादे मगने’ नाम से कन्नड़ में लिखा है। इसमें भैरप्पा ने भारतीय एवम् पाश्चात्य मूल्यों, दो पीढ़ियों एवम् पति-पत्नी के बीच के संघर्ष को प्रस्तुत करते हुए भारतीय मूल्यों की प्रतिस्थापना की है। इस उपन्यास में भैरप्पा ने कालिंग गौड़ा और नन्हा कालिंग, तायव्वा और कालिंग, तायव्वा और हिल्डा, वेंकटरमण और कालिंग, वैंकटरमण और हिल्डा, वेंकटरमण, हिल्डा और कालेनहल्लि के ग्राम्य-जन तथा कालिंग और हिल्डा के बीच उभरते मूल्यों के संघर्ष और उपन्यास के अंत में कालिंग द्वारा वापस भारतीय मूल्यों की और लौटना चित्रित किया गया है।
How to cite this article:
डॉ. उत्तम पटेल. आस्था और मूल्यों के संघर्ष की कथारू ‘गोधूलि’. Int J Appl Res 2016;2(11):27-30.