Vol. 2, Issue 9, Part L (2016)
शिक्षा महाविद्यालय के छात्राध्यापकों की अभिवृत्ति का तुलनात्मक अध्ययन
शिक्षा महाविद्यालय के छात्राध्यापकों की अभिवृत्ति का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s)
डॉ दीपक पाण्डेय, दिलप्रीत कौर बेदी
Abstract
शिक्षा जगत में मनोवैज्ञानिक अभिवृत्ति प्रत्येक शिक्षक में समाहित होना चाहिये तभी वह एक अच्छा परामर्शदाता तथा स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकता है, क्योंकि वह भावी पीढ़ी का पोषक है। शिक्षक को प्रत्येक पहलुओ पर विशेष ध्यान रखना होगा, तभी वह आज के आधुनिक पीढ़ी का सर्वांगीण विकास कर पायेगा। शैक्षिक महत्व के सभी उद्देश्यों का निर्धारण करना शिक्षक का परम् उद्देश्य होना चाहिए। प्रस्तुत लघु शोध के लिए बिलासपुर नगर में स्थित तीन शिक्षा महाविद्यालय से 60 छात्राध्यापकों का जिसमें 30 महिला तथा 30 पुरूष बी.एड. प्रशिक्षार्थीयों का चयन किया गया, जिसे उद्देश्यपूर्ण प्रतिदर्शन (Purposive Sampling) विधि से चुना गया। इस अध्ययन के लिए Dr. T.S. Sodhi, (1974) द्वारा निर्मित Sodhi Attitude Scale का उपयोग किया गया। इनसे प्राप्त आँकड़ों का विश्लेषण करने के लिए टी-मूल्य परीक्षण का प्रयोग किया गया। अध्यापक एवं अभिभावक, अनुशासन, जीवन एवं मानवता, देश और धर्म इन पाँच विमाओं पर छात्राध्यापकों की सभी क्षेत्रों के प्रति सकारात्मक अभिवृत्ति पायी गई। सांख्यिकी निष्कर्ष के आधार पर सभी शून्य परिकल्पनाएँ स्वीकृत हुई, अर्थात् विभिन्न दृष्टिकोणों से छात्राध्यापकों की अभिवृत्ति में कोई सार्थक अंतर नहीं पाया गया।
How to cite this article:
डॉ दीपक पाण्डेय, दिलप्रीत कौर बेदी. शिक्षा महाविद्यालय के छात्राध्यापकों की अभिवृत्ति का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Appl Res 2016;2(9):827-829.