Vol. 3, Issue 1, Part L (2017)
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मैथिली साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ लिलीरेक योगदान
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मैथिली साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ लिलीरेक योगदान
Author(s)
विजय शंकर पंडित
Abstract
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ लिलीरेक महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान अनेक अछि। à¤à¤¹à¤¿à¥¤ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‡ हà¥à¤¨à¤• योगदानक विवेचन आ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ कà¤à¤² जाà¤à¤¤à¥¤ मà¥à¤¦à¤¾ लिलीरेक सà¤à¤¸à¤ पैघ योगदान अछि जे हà¥à¤¨à¤• साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ विचारधारा अछि। हà¥à¤¨à¤• कथा हो अथवा उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸, हà¥à¤¨à¤• नाटà¥à¤¯-à¤à¤•à¤¾à¤‚की हो अथवा आतà¥à¤®à¤•à¤¥à¤¾-कोनोने कोनो चिनà¥à¤¤à¤¨ लऽ कऽ ओ मैथिली साहितà¥à¤¯à¤• विशाल परिधिकें परिपà¥à¤·à¥à¤Ÿ करैत छथि। हà¥à¤¨à¤• साहितà¥à¤¯ लेखनक बिनà¥à¤¦à¥-बिनà¥à¤¦à¥ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¸à¤ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ होà¤à¤¤ जे ओ आधà¥à¤¨à¤¿à¤• विचारधारासठजà¥à¥œà¤² छथि। हà¥à¤¨à¤• साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ जमींदारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤• तामà¤à¤¾à¤®à¤• वरà¥à¤£à¤¨ à¤à¥‡à¤Ÿà¥ˆà¤¤ अछि, मà¥à¤¦à¤¾ ओ जमींदारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤• वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ आ तकर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤• वरà¥à¤£à¤¨ कठजनताक पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ आ आकà¥à¤²à¤¤à¤¾à¤•à¥‡à¤‚ ठाॠकरबामे सफल à¤à¤½ जाइत छथि। ओ सामंतवादक अनेक पकà¥à¤·à¤• वरà¥à¤£à¤¨ करैत छथि। सामंतवादसठजà¥à¥œà¤² कला-संगीत, नृतà¥à¤¯ आ à¤à¥‹à¤œà¤à¤¾à¤¤à¤• चरà¥à¤šà¤¾ करैत छथि। मà¥à¤¦à¤¾ सामंतवादमे हाहाकार आ आरà¥à¤¤à¤¨à¤¾à¤¦ करैत महिलाक आकà¥à¤² सà¥à¤µà¤°à¤•à¤‚े पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कऽ दैत छथि। ओ लिखलनà¥à¤¹à¤¿ तठखà¥à¤¬ लिखलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ ओ जमि कऽ लिखलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ ओ साफ-साफ शबà¥à¤¦à¤®à¥‡ लिखलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ ओ चोरा-छिपाकऽ किछà¥à¥¤ नहि लिखलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ हà¥à¤¨à¤• लेखनक यातà¥à¤°à¤¾ जमींदारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ आ सामंतवादसठआरमà¥à¤ होइत अछि आ नकà¥à¤¸à¤²à¤µà¤¾à¤¦à¤• धà¥à¤†à¤-धधरा पर पहà¥à¤à¤š जाइत छनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ ओ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विà¤à¥‡à¤¦ पर लिखलनà¥à¤¹à¤¿à¥¤ ओ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• असमानताक वरà¥à¤£à¤¨ कà¤à¤¨à¥‡ छथि।
How to cite this article:
विजय शंकर पंडित. आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मैथिली साहितà¥à¤¯à¤®à¥‡ लिलीरेक योगदान. Int J Appl Res 2017;3(1):890-891.