Vol. 3, Issue 5, Part L (2017)
शà¥à¤°à¥€ परमाननà¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के ‘जनविजयम॒ में जनता
शà¥à¤°à¥€ परमाननà¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के ‘जनविजयम॒ में जनता
Author(s)
डॉ० वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ रूहेला
Abstract
किसी à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लोकतनà¥à¤¤à¥à¤° में अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शासन को उखाड़ फेंकने की समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शकà¥à¤¤à¤¿ जनता में निहित होती है। शासक की ‘अधिनायकवादी-पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿’ जनता को कदापि सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं होती है। 25 जून 1975 का काल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ इनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¤¾ गांधी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जनता पर बलपूरà¥à¤µà¤• आरोपित आपातकाल का समय था। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ इनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¤¾ गांधी देश में चल रहे विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ छातà¥à¤° आंदोलनों जैसे – गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ नवनिरà¥à¤®à¤¾à¤£ आंदोलन, जे०पी० आंदोलन, रेलवे हडताल को इसका मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण माना था1 परनà¥à¤¤à¥ जनता लोकतंतà¥à¤° के मरà¥à¤® को à¤à¤²à¥€à¤à¤¾à¤‚ति पहचानती है। अत à¤à¤µ निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¨ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के समय सतà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥‚ढ़ और विपकà¥à¤· दोनों ही दलों के तरà¥à¤•à¥‹à¤‚ को सà¥à¤¨à¤•à¤° मनन करती है। जनता सदैव मतदान के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूक होती है वह सà¤à¥€ पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ पर विचारपूरà¥à¤µà¤• ही मत देने के विषय में निरà¥à¤£à¤¯ करती है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोधपतà¥à¤° का विषय à¤à¥€ यही है। कविवर परमाननà¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का ‘जनविजयम॒ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता की शकà¥à¤¤à¤¿ को केनà¥à¤¦à¥à¤° में रखकर रचा गया महाकावà¥à¤¯ है। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में लगे आपातकाल की à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनमानस ने किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ दी, इसी विषय को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोधपतà¥à¤° में दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है।
How to cite this article:
डॉ० वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ रूहेला. शà¥à¤°à¥€ परमाननà¥à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के ‘जनविजयम॒ में जनता. Int J Appl Res 2017;3(5):846-849. DOI:
10.22271/allresearch.2017.v3.i5l.10056