Vol. 3, Issue 7, Part C (2017)
उत्तर प्रदेश राज्य में नगरीय बालिकाओं की जनसंख्या में परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन
उत्तर प्रदेश राज्य में नगरीय बालिकाओं की जनसंख्या में परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन
Author(s)
डाॅ॰ पंकज कुमार एवं नरेन्द्र कुमार
Abstract
किसी भी देश अथवा क्षेत्र के विकास में महिलाओं की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, दूसरे शब्दों में महिलाएँ किसी भी देश की धुरी कही जा सकती हैं। आज हमारे दश में महिला और पुरूषों के अनुपात में क्षेत्रीय स्तर पर काफी भिन्नता पाई जाती है। यही स्थिति उत्तर प्रदेश राज्य की भी है। प्रस्तुत शोध पत्र में 0-6 आयु वर्ग की बालिकाओं का नगरीय क्षेत्रों में वृद्धि अनुपात जानने का प्रयास किया गया है। 0-6 आयुवर्ग की बालक एवं बालिकाओं का अध्ययन ही भविष्य में स्त्री-पुरूष अनुपात में होने वाले परिवर्तन का आधार होता है, और भविष्य के लिंग अनुपात का चित्र प्रस्तुत करता है। प्रदेश में नगरीय बालिकाओं के अध्ययन में प्राय ऐसा देखने में आया है कि प्रदेश के सभी बड़े महानगरों में बालिकाओं की संख्या में निरन्तर कमी आ रही है, जबकि प्रदेश के नव सृजित जनपदों के छोटे नगर अथवा बड़े महानगरों के निकट स्थित नगरों में इनकी संख्या में अपेक्षाकृत कम गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश स्तर पर वर्ष 2001 में बालिकाओं की संख्या में जहाँ 15.66 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, 2011 में यह घटकर 12.25 प्रतिशत रह गई, इस दशक में प्रदेश स्तर पर बालिकाओं की संख्या में मात्र 36328 बालिकाओं (1.43 प्रतिशत) की ही वृद्धि हुई है, जो आने वाले कुछ वर्षों में स्त्री-पुरूश अनुपात में चल रहे असंतुलन को और अधिक बढ़ा देगा यह एक चिन्ता जनक स्थिति है। उत्तर-प्रदेश राज्य के नगरीय क्षेत्रों में बालिकाओं की इसी विषमता को जानने का प्रयास इस शोध पत्र में किया गया है। जिसके लिए तत्कालीन 71 जनपदों को अध्ययन का आधार बनाया गया है।
How to cite this article:
डाॅ॰ पंकज कुमार एवं नरेन्द्र कुमार. उत्तर प्रदेश राज्य में नगरीय बालिकाओं की जनसंख्या में परिवर्तन का भौगोलिक अध्ययन. Int J Appl Res 2017;3(7):166-172.