Vol. 3, Issue 7, Part D (2017)
कुंकणा बोली के लोक-कथात्मक गीत
कुंकणा बोली के लोक-कथात्मक गीत
Author(s)
डॉ. उत्तम पटेल
Abstract
दक्षिणी गुजरात आदिवासी बहुल प्रदेश है। इसकी तीन मुख्य आदिवासी जातियाँ हैं-धोडिया, कुंकणा और वारली। इनकी बोलियों को इनके ही नाम से क्रमशः धोडिया, कुंकणा और वारली बोली कहते हैं। इन तीनों बोलियों में लोक-साहित्य की दृष्टि से कुंकणा बोली बहुत ही समृद्ध है जिसमें लोकगीत, लोककथा, पहेलियाँ आदि की भरमार है। कुंकणा जाति में कुछ लोकगीत ऐसे भी हैं जो किसी न किसी लोक-कथा पर आधारित हैं। जो कुंकणा जनजाति की मान्यताओं, रीतिरिवाजों, कुल संबंधी मान्यताओं को बारीकी से उभारते हैं। इनके कथात्मक गीत लौकिकता और अलौकिकता से युक्त हैं।
How to cite this article:
डॉ. उत्तम पटेल. कुंकणा बोली के लोक-कथात्मक गीत. Int J Appl Res 2017;3(7):274-277.