Vol. 4, Issue 1, Part F (2018)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में गरमपंथी विचारधाराओं की à¤à¥‚मिका
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में गरमपंथी विचारधाराओं की à¤à¥‚मिका
Author(s)
रशà¥à¤®à¤¿ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
देशपà¥à¤°à¥‡à¤® और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ के विकास की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से 19वीं सदी का काल महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ मानी जाती है। इस समय देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤—ों में कई समाज सà¥à¤§à¤¾à¤° आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ का जनà¥à¤® हà¥à¤† और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना का विकास हà¥à¤†à¥¤ जिसने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤—ों में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना पैदा करने में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया। इसे बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठà¤à¤• अà¤à¤¯à¤¦à¥€à¤ª अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ नली का नाम दिया गया। 1885 से लेकर 1905ई. तक इस संसà¥à¤¥à¤¾ पर नरमपंथियों का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ रहा, जो बंगाल विà¤à¤¾à¤œ के बाद गरमपंथी विचारधारा के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ में आ गई। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध पतà¥à¤° में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में गरमपंथी विचारधाराओं की à¤à¥‚मिका पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला गया है।
How to cite this article:
रशà¥à¤®à¤¿ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में गरमपंथी विचारधाराओं की à¤à¥‚मिका. Int J Appl Res 2018;4(1):521-523.