Vol. 4, Issue 4, Part F (2018)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ धारणा
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ धारणा
Author(s)
अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी की पहचान कई वरà¥à¤— समूहों, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ जाति समूहों, धारà¥à¤®à¤¿à¤• और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समूहों के रूप में होती है। इतना ही नहीं गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ और शहरी नारियों की à¤à¥€ पहचान अलग-अलग है। उदाहरणसà¥à¤µà¤°à¥‚प उचà¥à¤š वरà¥à¤— की नारी, पिछड़ी जाति की महिलाà¤à¤, अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति à¤à¤µà¤‚ जनजाति की सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿à¥¤ इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और सामाजिक सà¥à¤¤à¤°, समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का अधिकार परिवार में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ इस बात पर निरà¥à¤à¤° करता है कि हम किस वरà¥à¤— की बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ या अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति की अथवा हिनà¥à¤¦à¥‚, मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® या ईसाई समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ की महिला की बात कर रहे हैं।
How to cite this article:
अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ धारणा. Int J Appl Res 2018;4(4):445-446.