Vol. 5, Issue 1, Part D (2019)
पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में दलित-à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में दलित-à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ मनीषा
Abstract
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास में दलितों की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ करता है। जिसके अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤—ैतिहासिक काल से आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— तक दलित चेतना के विरà¥à¤¦à¥à¤§ उपजे विचारों à¤à¥à¤°à¤¾à¤‚तियों तथा कà¥à¤ªà¥à¤°à¤¥à¤¾à¤“ं को आधार मानते हà¥à¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कारà¥à¤¯ संपनà¥à¤¨ किया गया है। शूदà¥à¤°à¥‹à¤‚ के रूप में विकसित निमà¥à¤¨ जातियां पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठसे ही उचà¥à¤š जातियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शोषण का शिकार होती आई हैं अतः यह अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ इतिहासकारों की इस विषय में समठको विकसित करने में मदद करता है की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में वरà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ दलित वरà¥à¤— पर पड़ा है।
How to cite this article:
कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ मनीषा. पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में दलित-à¤à¤• विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2019;5(1):258-260.