Vol. 5, Issue 1, Part E (2019)
रामवृकà¥à¤· बेनीपà¥à¤°à¥€ - साहितà¥à¤¯ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना
रामवृकà¥à¤· बेनीपà¥à¤°à¥€ - साहितà¥à¤¯ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना
Author(s)
अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° अमर
Abstract
रामवृकà¥à¤· बेनीपà¥à¤°à¥€ ने अपने साहितà¥à¤¯ में किसान, मजदूर, दलित, मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का चितà¥à¤°à¤£ किया है। इस संदरà¥à¤ में डॉ. रामविलास शरà¥à¤®à¤¾ ने लिखा हैं- किसी à¤à¥€ रानीतिजà¥à¤ž के लेखन में सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤°à¤¤à¤¾ आंदोलन के अंतरà¥à¤µà¤¿à¤°à¥‹à¤§à¥‹à¤‚ का à¤à¤¸à¤¾ सजीव चितà¥à¤°à¤£ नहीं मिलता जैसा बेनीपà¥à¤°à¥€ की रचनाओं में मिलता है। इनका महतà¥à¤µ केवल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ इतिहास जानने के लिठनहीं, वरन उस इतिहास को जानकर आज के à¤à¤¾à¤°à¤¤ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को समà¤à¤¨à¥‡ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये à¤à¥€ है।
How to cite this article:
अशोक कà¥à¤®à¤¾à¤° अमर. रामवृकà¥à¤· बेनीपà¥à¤°à¥€ - साहितà¥à¤¯ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना. Int J Appl Res 2019;5(1):478-481.