Vol. 5, Issue 1, Part E (2019)
‘‘वैदेहीचरितम॒’ (महाकावà¥à¤¯) के मारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²
‘‘वैदेहीचरितम॒’ (महाकावà¥à¤¯) के मारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²
Author(s)
डॉ. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ निशà¥à¤›à¤²
Abstract
वैदेहीचरितम॒ विदà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¾à¤šà¤¸à¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤°à¤¾à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦à¥à¤° मिशà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤-महाकावà¥à¤¯ है। इसमें जनकातà¥à¤®à¤œà¤¾ सीता के चरितà¥à¤° के उन-उन अंषों का पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ता से उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ महाकवि का अà¤à¥€à¤·à¥à¤Ÿ रहा है, जिन अंषों पर आदिकवि वालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ à¤à¤µà¤‚ रामकथा के अनà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤-पà¥à¤°à¤£à¥‡à¤¤à¤¾à¤“ं ने अपेकà¥à¤·à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤ कम अवधान दिया है। वैदेही को पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करनेवाली मिथिलाà¤à¥‚मि की पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• छटा à¤à¤µà¤‚ उसके अकूत वैà¤à¤µ का वरà¥à¤£à¤¨, जनकपà¥à¤°, अयोधà¥à¤¯à¤¾ और वन में रहती हà¥à¤ˆ सीता की जीवन-चरà¥à¤¯à¤¾ का वरà¥à¤£à¤¨, विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के आने पर सीता के मन में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ विविध à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨, कोसलपति राम दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ सीता का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वन में à¤à¥‡à¤œ देने पर राम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सीता के मन में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨ à¤à¤µà¤‚ सीता के à¤à¥‚-पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ का वरà¥à¤£à¤¨ आदि रामकथा के à¤à¤¸à¥‡ ही पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤¥à¤² हैं। ‘वैदेहीचरितम॒ के मारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ में सीता-सà¥à¤µà¤¯à¤‚वर के समय कोमल कलेवरयà¥à¤•à¥à¤¤ राम के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनà¥à¤· चà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के अवसर पर जनक और जानकी के मन में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨, बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ वेषधारी रावण के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपहृत सीता के विलाप का वरà¥à¤£à¤¨ à¤à¤µà¤‚ इन सबसे अधिक राजा राम के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ससतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾ सीता का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वन में à¤à¥‡à¤œ दिये जाने à¤à¤µà¤‚ राजा राम के अशà¥à¤µà¤®à¥‡à¤§ के अशà¥à¤µ को कà¥à¤· और लव के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पकड़ लिये जाने के उपरानà¥à¤¤ पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को सानà¥à¤¤à¥à¤µà¤¨à¤¾ और सतà¥à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का उपदेष देकर धरती में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤· करती हà¥à¤ˆ सीता के मनोà¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हैं।
How to cite this article:
डॉ. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ निशà¥à¤›à¤². ‘‘वैदेहीचरितम॒’ (महाकावà¥à¤¯) के मारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤². Int J Appl Res 2019;5(1):496-498.