Vol. 5, Issue 11, Part D (2019)
राजगीर क्षेत्र का भौगोलिक पर्यटन एवं स्वरूप : एक अध्ययन
राजगीर क्षेत्र का भौगोलिक पर्यटन एवं स्वरूप : एक अध्ययन
Author(s)
Dr. Sima Kumari
Abstract
पर्यटन क्षेत्रों के विकास में भौगोलिक स्वरूप का विशेष योगदान रहता है तथा बहुत से पर्यटन केंद्र अपने भौगोलिक विशेषता के कारण वहीं बहुत से अपनी सांस्कृतिक विरासत के कारण जबकि ऐतिहासिक, धार्मिक एवं अन्य प्रकार के पर्यटन स्थल अपनी सांस्कृतिक विलक्षणता एवं महत्ता के फल स्वरुप ही विकसित होते हैं। [1] राजगीर क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्रों की भौगोलिक स्वरूप का अध्ययन करने की दृष्टि से राजगीर के भौतिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं का विस्तृत विश्लेषण करना अति आवश्यक है अतः इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु इस अध्ययन में राजगीर क्षेत्र में पर्यटन स्थलों के सांस्कृतिक स्वरूप तथा ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को आधार मानते हुए विश्लेषण किया गया है।
How to cite this article:
Dr. Sima Kumari. राजगीर क्षेत्र का भौगोलिक पर्यटन एवं स्वरूप : एक अध्ययन. Int J Appl Res 2019;5(11):271-275.