Vol. 5, Issue 12, Part E (2019)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में बाल अपराध की समसà¥à¤¯à¤¾
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में बाल अपराध की समसà¥à¤¯à¤¾
Author(s)
डाॅ0 पिंकी कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सामानà¥à¤¯ रूप में छोटे अपराध और विशेषरूप में जघनà¥à¤¯ अपराध बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नियमित रूप से किये जा रहे हैं। चोरी, सेंधमारी, à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ से छीनने जैसे अपराध जिनकी पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ गंà¤à¥€à¤° नहीं हैं या डकैती, लूटमार, हतà¥à¤¯à¤¾ और दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® आदि जैसे अपराध जो गंà¤à¥€à¤° पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से संबंधित है पूरे देश में उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर हैं और सबसे दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात ये है कि इस तरह के सà¤à¥€ अपराध 18 साल की आयॠसे कम के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये जा रहे हैं। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° बाल अपराध में बालकों के असमाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को लिया जाता है अथवा बालकों के à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° को लोक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से अहितकर होते हैं, à¤à¤¸à¥‡ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को करने वाला बाल अपराधी कहलाता है। राॅबà¥à¤¨à¥à¤¸à¤¿à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आवारागरà¥à¤¦à¥€, à¤à¥€à¤– माà¤à¤—ना, निरूदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ इधर-उधर घूमना, उदणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ बाल अपराधी के लकà¥à¤·à¤£ है। गरीबी सबसे बड़ा कारण है जो बचà¥à¤šà¥‡ को अपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के लिये मजबूर करती है। इसके अलावा आजकल सामाजिक मीडिया की à¤à¥‚मिका को किशोरों के मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• में सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ अधिक डालती है।
How to cite this article:
डाॅ0 पिंकी कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज में बाल अपराध की समसà¥à¤¯à¤¾. Int J Appl Res 2019;5(12):304-307.