Vol. 5, Issue 3, Part D (2019)
हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ वीरवर कà¥à¤à¤…र सिंह महाकावà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जागरण में योगदान
हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ वीरवर कà¥à¤à¤…र सिंह महाकावà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जागरण में योगदान
Author(s)
सीता कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ शासनकाल में जब शà¥à¤°à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯ ने ‘हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€’ महाकावà¥à¤¯ की रचना की तो पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ शासन की आà¤à¤– में खटकने लगी और अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ शासन ने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पर रोक लगाई। परतंतà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जागरण की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से ‘हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€’ महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ थी। पाठकों à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं के हृदय में मातृà¤à¥‚मि को सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° कराने की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ à¤à¥œà¤•à¤¨à¥‡ लगती थी। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° ’हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€’ के रचना à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ का समय à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ में सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ अनà¥à¤•à¥‚ल था। बीसवीं सदी के अंत में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ ‘वीरवर कà¥à¤à¤…र सिंह’ यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ पà¥à¤°à¤¥à¤® सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® के महानायक की वीरगाथा है, तथापि इसे अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ संगà¥à¤°à¤¾à¤® काल में किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चेतना जगाने का शà¥à¤°à¥‡à¤¯ नहीं पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है, परंतॠवतà¥à¤°à¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ काल में लोगों को सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¾à¤® में à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले नायकों के योगदान, साहस, आदि को बताने में तो योगदान है ही। गमà¥à¤à¥€à¤° परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में जहाठलोग समरà¥à¤ªà¤£ कर देते है, वहीं कà¥à¤à¤…र सिंह की वीरगाथा अतà¥à¤¯à¤²à¥à¤ª साधनों के साथ गंà¤à¥€à¤° से गंà¤à¥€à¤° परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ अदमà¥à¤¯ साहस के साथ शतà¥à¤°à¥ से डट कर मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ करते हà¥à¤ रणनीतिक सूà¤-बूठका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ को धूल चटाने की है। दोनों ही महाकावà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ चेतना को जगाते है।
How to cite this article:
सीता कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. हलà¥à¤¦à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ वीरवर कà¥à¤à¤…र सिंह महाकावà¥à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जागरण में योगदान. Int J Appl Res 2019;5(3):304-307.