Vol. 5, Issue 7, Part F (2019)
स्त्री-चेतना के संबंध में महादेवी वर्मा का दुःखवाद और रहस्यवादिता
स्त्री-चेतना के संबंध में महादेवी वर्मा का दुःखवाद और रहस्यवादिता
Author(s)
मीना कुमारी
Abstract
आधुनिक युग के प्रमुख छायावादी कवियों के काव्य में यह रहस्य भावना अत्यधिक उपलब्ध होती है, किन्तु महादेवी के काव्य में विशुद्ध रहस्यवाद का उत्कर्षपूर्ण तीव्रता से दृष्टिगत होता है। कतिपय विचारक भारतीय रहस्यवाद को पाश्चात्य ‘मिस्टिज्म’ का संस्करण मात्र स्वीकार करते हैं।
How to cite this article:
मीना कुमारी. स्त्री-चेतना के संबंध में महादेवी वर्मा का दुःखवाद और रहस्यवादिता. Int J Appl Res 2019;5(7):497-500.