Vol. 6, Issue 1, Part D (2020)
यथारà¥à¤¥ की कसौटी पर कमलेशà¥à¤µà¤° की कहानी
यथारà¥à¤¥ की कसौटी पर कमलेशà¥à¤µà¤° की कहानी
Author(s)
रंजना कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€
Abstract
हिनà¥à¤¦à¥€ साहितà¥à¤¯ में कमलेशà¥à¤µà¤° का नाम अगà¥à¤°à¤—णà¥à¤¯ है। वे सफल साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° हैं। उनकी कहानी में जीवन की अनà¥à¤à¥‚तियों के साथ यथारà¥à¤¥à¤ªà¤°à¤•à¤¤à¤¾ साफ दिखाई पड़ती है। बयान’ कहानी में शैली की जीवंतता के कारण हिनà¥à¤¦à¥€ की अमर कहानी बन गगयी है। ‘नागमणी’ कहानी à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को केनà¥à¤¦à¥à¤° में रखकर लिखी गयी है, परनतॠयह à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की कहानी नहीं है। कहानी का शीरà¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• है। ‘असकà¥à¤¤à¤¿’ à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ मजबà¥à¤° à¤à¤¾à¤ˆ की कहानी है जो बहन की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहायता पर जी रहा है ‘राते’ कहानी सामानà¥à¤¯ जन और पà¥à¤‚जीपति वरà¥à¤— के संघरà¥à¤· को पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• रूप में अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤‚जित करती है। कमलेशà¥à¤µà¤° की कहानियों की विशेषता है कि वे पूरà¥à¤£ रूप से ‘अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚’ के अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ तक जाने की कोशिश में लगे रहे हैं। लेखक कहानी में न दरà¥à¤¶à¤• है न तटसà¥à¤¥ है।
How to cite this article:
रंजना कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€. यथारà¥à¤¥ की कसौटी पर कमलेशà¥à¤µà¤° की कहानी. Int J Appl Res 2020;6(1):296-299.