Vol. 6, Issue 3, Part D (2020)
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€ लघॠचितà¥à¤°-परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में चितà¥à¤° संयोजन
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€ लघॠचितà¥à¤°-परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में चितà¥à¤° संयोजन
Author(s)
डॉ. अरविनà¥à¤¦ मैनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¾
Abstract
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€ लघà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤° शैली के परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤—त संयोजन के कला ततà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ तकनीकी अंकन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की नवीन विधाठतथा रूपों का अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ अपना विषेष महतà¥à¤µ रखते हैं। राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€ लघà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ हà¥à¤† हैं। इन चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ की महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषेषताठदरà¥à¤·à¤• के मनोà¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के अनà¥à¤°à¥‚प सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अनà¥à¤à¥‚ति देने तक पूरà¥à¤£ सकà¥à¤·à¤® रहे हैं। चितà¥à¤° संयोजन में सहयोग, सामंजसà¥à¤¯, संतà¥à¤²à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤à¤¾, पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ à¤à¤µà¤‚ आकरà¥à¤·à¤£ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ माने गये हैं। यहाठके लघà¥-चितà¥à¤° उपरोकà¥à¤¤ सà¤à¥€ गणों से यà¥à¤•à¥à¤¤ माने गये हैं। आवृतà¥à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लयातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ लघà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की निजी विषेषता हैं। अजनà¥à¤¤à¤¾ शैली की तरह लमà¥à¤¬à¥€ रेखाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अंकन पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ और लयातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ का à¤à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤·à¤¿à¤¤ करती है जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हम यहाठके लघà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में देख सकते हैं।
How to cite this article:
डॉ. अरविनà¥à¤¦ मैनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¾. राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€ लघॠचितà¥à¤°-परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में चितà¥à¤° संयोजन. Int J Appl Res 2020;6(3):241-242.