Vol. 7, Issue 2, Part F (2021)
रीवा जिले के जवा विकासखण्ड में परिवर्तनशील ग्रामीण समाज में राजनीति और अपराधीकरण : एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
रीवा जिले के जवा विकासखण्ड में परिवर्तनशील ग्रामीण समाज में राजनीति और अपराधीकरण : एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
Author(s)
देवेन्द्र कुमार पाण्डेय एवं डाॅ. महानंद द्विवेदी
Abstract
इस शोध पत्र के द्वारा रीवा जिले के जवा विकासखण्ड में परिवर्तनशील ग्रामीण समाज में राजनीति और अपराधीकरणः एक समाजशास्त्रीय अध्ययन किया गया है। अध्ययन के दौरान देखा गया कि शोध क्षेत्र में 12 प्रतिशत बुद्धिजीवी वर्ग, 11 प्रतिशत नौकरी पेशा वर्ग, 12.5 प्रतिशत व्यापारी वर्ग, 21 प्रतिशत जनप्रतिनिधि व समाज के अन्य वर्ग के अभिमतानुसार समाज के अनेक वर्गों के लोगों से अनेक अपराधों में राजनीतिक संलिप्तता देखने को प्राप्त होती है। समाज के अनेक वर्गों के लोगों से पुलिस पर राजनीतिक दबाब को देखकर लोगों के मन में ऐसी धारणा बन चुकी है कि पुलिस अपराधियों से मिली रहती है के पक्ष में 12 प्रतिशत बुद्धिजीवी वर्ग, 11 प्रतिशत नौकरी पेशा वर्ग, 12.5 प्रतिशत व्यापारी वर्ग, 22 प्रतिशत जनप्रतिनिधि व समाज के अन्य वर्ग के अभिमत प्राप्त हुए है। शोध क्षेत्र में 11 प्रतिशत बुद्धिजीवी वर्ग, 12 प्रतिशत नौकरी पेशा वर्ग, 14 प्रतिशत व्यापारी वर्ग, 22 प्रतिशत जनप्रतिनिधि व समाज के अन्य वर्ग के अभिमतानुसार अपराध नियंत्रण में एक मुख्य समस्या अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होना है।
How to cite this article:
देवेन्द्र कुमार पाण्डेय एवं डाॅ. महानंद द्विवेदी. रीवा जिले के जवा विकासखण्ड में परिवर्तनशील ग्रामीण समाज में राजनीति और अपराधीकरण : एक समाजशास्त्रीय अध्ययन. Int J Appl Res 2021;7(2):375-380.