Vol. 7, Issue 3, Part D (2021)
विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में परीकà¥à¤·à¤¾ का तनाव कारण à¤à¤µà¤‚ निवारण
विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में परीकà¥à¤·à¤¾ का तनाव कारण à¤à¤µà¤‚ निवारण
Author(s)
फरहतà¥à¤²-à¤à¤¨ तसà¥à¤¨à¥€à¤® सबा, डॉ. मà¥à¤œà¤®à¥à¤®à¤¿à¤² हसन
Abstractविदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपरीकà¥à¤·à¤¾ का समय काफी तनावपूरà¥à¤£ होता है। बोरà¥à¤¡ परीकà¥à¤·à¤¾ के दौरान विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को तनाव होना आम बात है, लेकिन कई बार यह तनाव विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ उनके अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ हो जाता है। परीकà¥à¤·à¤¾ को लेकर तनाव और घबराहट होना आम बात है। हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की तनाव à¤à¥‡à¤²à¤¨à¥‡ की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ अलग होती है और हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इसके लिठअलग तरह से रिà¤à¤•à¥à¤Ÿ करता है। हालांकि कई बार विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपरीकà¥à¤·à¤¾ के इस तनाव को à¤à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ बेहद मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जाता है। परीकà¥à¤·à¤¾ में तनाव के कई कारण हो सकते हैं जैसे बहà¥à¤¤ सारा सिलेबस याद करना होता है, परीकà¥à¤·à¤¾ में आने वाले सवालों को लेकर हमेशा अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤¤à¤¾ बनी रहती है। तनाव की यह सीमा कई बार सामानà¥à¤¯ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€ होती है। à¤à¤¸à¥‡ में घबराने या डरने की जरूरत नहीं है, बलà¥à¤•à¤¿ इस तनाव का सामना करने की जरूरत है। परीकà¥à¤·à¤¾ के अलावा पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ की अपेकà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚, समय सीमा, कारà¥à¤¯à¤à¤¾à¤° आदि जैसे कारक तनाव को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कर सकते हैं।
How to cite this article:
फरहतà¥à¤²-à¤à¤¨ तसà¥à¤¨à¥€à¤® सबा, डॉ. मà¥à¤œà¤®à¥à¤®à¤¿à¤² हसन. विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में परीकà¥à¤·à¤¾ का तनाव कारण à¤à¤µà¤‚ निवारण. Int J Appl Res 2021;7(3):240-243.