Vol. 8, Issue 1, Part F (2022)
बड़े भाई साहब: बड़प्पन की कृत्रिमता से मुक्ति
बड़े भाई साहब: बड़प्पन की कृत्रिमता से मुक्ति
Author(s)
डॉ. नवाब सिंह
Abstract
पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯ के सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ कथाकार हैं | पूरे विशà¥à¤µ और à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• पà¥à¥‡ जाने वाले वे हिनà¥à¤¦à¥€ के à¤à¤•मातà¥à¤° कथाकार हैं | उनका कथा संसार मानवीय अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ की विविधता से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† जीवन के ठोस यथारà¥à¤¥ से समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ है | इस मानवीय अनà¥à¤à¤µ को पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द ने ठोस à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤•-सामाजिक संदरà¥à¤à¥‹à¤‚ और वैचारिक संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ किया था | पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द की समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ चिंता और चिंतन के केंदà¥à¤° में सामानà¥à¤¯ मनà¥à¤·à¥à¤¯ है | इस सामानà¥à¤¯ मनà¥à¤·à¥à¤¯ को समसà¥à¤¤ रूà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और शोषणों के बंधनों से मà¥à¤•à¥à¤¤ करना ही उनके साहितà¥à¤¯ का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है |
How to cite this article:
डॉ. नवाब सिंह. बड़े भाई साहब: बड़प्पन की कृत्रिमता से मुक्ति. Int J Appl Res 2022;8(1):438-445.