Vol. 8, Issue 2, Part A (2022)
बà¥à¤¦à¥à¤§à¤µà¤šà¤¨ के संरकà¥à¤·à¤£ में बौदà¥à¤§-संगीति का महतà¥à¤¤à¥à¤µ : à¤à¤• विमरà¥à¤¶
बà¥à¤¦à¥à¤§à¤µà¤šà¤¨ के संरकà¥à¤·à¤£ में बौदà¥à¤§-संगीति का महतà¥à¤¤à¥à¤µ : à¤à¤• विमरà¥à¤¶
Author(s)
सतà¥à¤¯à¥‡à¤‚दà¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯
Abstract
बौदà¥à¤§-धरà¥à¤® के इतिहास में बौदà¥à¤§-संगीति का महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। संपà¥à¤°à¤¤à¤¿ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤• के रूप में उपलबà¥à¤§ बà¥à¤¦à¥à¤§ की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं का संगà¥à¤°à¤¹ उन विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संगीतियों का परिणाम है, जिनका आयोजन बà¥à¤¦à¥à¤§ के महापरिनिरà¥à¤µà¤¾à¤£ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ उनके शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने समय समय पर किया। बà¥à¤¦à¥à¤§ के 45 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की चारिका के कà¥à¤°à¤® में उनके à¤à¤µà¤‚ सारिपà¥à¤¤à¥à¤¤, महाकसà¥à¤¸à¤ª आदि जैसे उनके ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤ªà¥à¤¤ यतà¥à¤°-ततà¥à¤° पà¥à¤°à¤•à¥€à¤°à¥à¤£ उपदेशों को पà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• रूप में संकलित à¤à¤µà¤‚ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के निमितà¥à¤¤ संगीति (बौदà¥à¤§-समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨) आयोजित करने की जिस पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ राजगृह से हà¥à¤†, वह कमोवेश मà¥à¤¯à¤¾à¤‚मार (बरà¥à¤®à¤¾) सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ यांगोन (रंगून) की संगीति तक चलती रही। वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ मौरà¥à¤¯ समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ अशोक के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तृतीय बौदà¥à¤§-संगीति के निरà¥à¤£à¤¯à¥‹à¤‚ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ जिन-जिन देशों में बौदà¥à¤§-धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° हà¥à¤† उन उन देशों में तातà¥à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤°à¥‚प बà¥à¤¦à¥à¤§-वचन की पà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ बनाठरखने तथा बौदà¥à¤§-संघ की परिशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ को सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से संगीतियों का आयोजन किया जाता रहा। बौदà¥à¤§-धरà¥à¤® को अंगीकार करनेवाले विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों अनेक संगीतियों का आयोजन हà¥à¤† जिनमें से छः संगीतियों (à¤à¤¾à¤°à¤¤ में आयोजित पà¥à¤°à¤¥à¤® तीन संगीतियां, शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का में आयोजित à¤à¤• संगीति à¤à¤µà¤‚ मà¥à¤¯à¤¾à¤‚मार में आयोजित दो संगीतियां) अतà¥à¤¯à¤‚त महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन संगीतियों ने बौदà¥à¤§-धरà¥à¤® के मौलिक सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों को तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤• à¤à¤µà¤‚ उससे समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§ साहितà¥à¤¯ (अटà¥à¤ कथा, टीका आदि) के रूप में संकलित à¤à¤µà¤‚ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर बौदà¥à¤§-धरà¥à¤® की सतà¥à¤¯à¤¤à¤¾ को बनाठरखने में महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका अदा की है। इस पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पतà¥à¤° का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¥à¤¯ विषय है :- बà¥à¤¦à¥à¤§à¤µà¤šà¤¨ के संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ बà¥à¤¦à¥à¤§-शासन के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में छः संगीतियों के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ करना।
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सतà¥à¤¯à¥‡à¤‚दà¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯. बà¥à¤¦à¥à¤§à¤µà¤šà¤¨ के संरकà¥à¤·à¤£ में बौदà¥à¤§-संगीति का महतà¥à¤¤à¥à¤µ : à¤à¤• विमरà¥à¤¶. Int J Appl Res 2022;8(2):27-34.