Vol. 9, Issue 2, Part A (2023)
माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले और सहà¤à¤¾à¤—िता न करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले और सहà¤à¤¾à¤—िता न करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° चैैधरी à¤à¤µà¤‚ डाॅ. दिलीप कà¥à¤®à¤¾à¤° सोनी
Abstract
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध पतà¥à¤° माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले और सहà¤à¤¾à¤—िता न करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ पर आधारित है। शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले और न करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ संकलित किये गये हैं। संकलित पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ पर आधारित है। तालिका में संकलित पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का सांखà¥à¤¯à¤¿à¤•à¥€à¤¯ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ से सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है कि शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं का सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सहà¤à¤¾à¤—िता न करने वाले छातà¥à¤°, छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में अंतर रहता है। शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में पदसà¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® शिकà¥à¤·à¤• छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठवà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® à¤à¤µà¤‚ खेल कूद की गतिविधियाठआयोजित कर जनजातियों की सामाजिक गतिशीलता को दृà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर रहे है। खेल हमारे जीवन का आवशà¥à¤¯à¤• हिसà¥à¤¸à¤¾ है। सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिठखेल महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। खेल कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं। लगातार पà¥à¤¾à¤ˆ के दौरान कई बार तनाव की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होती है। à¤à¤¸à¥‡ में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माधà¥à¤¯à¤® है। हमारे देश में खेलों को उतनी पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ नहीं मिलती, जितनी शिकà¥à¤·à¤¾ को दी जाती है। जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिठशिकà¥à¤·à¤¾ जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिठखेल महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ हैं। शिकà¥à¤·à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से हम टीम à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नहीं सीख सकते, लेकिन खेल से यह संà¤à¤µ है।
How to cite this article:
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤° चैैधरी à¤à¤µà¤‚ डाॅ. दिलीप कà¥à¤®à¤¾à¤° सोनी. माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में आयोजित खेलकूद की गतिविधियों में सहà¤à¤¾à¤—िता करने वाले और सहà¤à¤¾à¤—िता न करने वाले जनजातीय छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का तà¥à¤²à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2023;9(2):32-36.