Vol. 9, Issue 3, Part C (2023)
अनà¥à¤¸à¥‚चित जातियों के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सामाजारà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के संदरà¥à¤ में शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रूचि का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
अनà¥à¤¸à¥‚चित जातियों के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सामाजारà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के संदरà¥à¤ में शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रूचि का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
डॉ. आशीष कà¥à¤®à¤¾à¤° लाल
Abstractअनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रà¥à¤šà¤¿ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ उनकी सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के संदरà¥à¤ में शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अनà¥à¤¸à¤‚धान का à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है। अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ उनकी शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह शैकà¥à¤·à¤¿à¤• संसाधनों और अवसरों तक उनकी पहà¥à¤‚च को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती है। शोध अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥‹à¤‚ से पता चला है कि अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ पर सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का सीधा पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ता है। उचà¥à¤š सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से वंचित पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ का शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ कम होता है। यह गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शिकà¥à¤·à¤¾ तक पहà¥à¤‚च की कमी, सीखने के अपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संसाधनों और खराब घरेलू वातावरण जैसे कारकों के कारण हो सकता है। सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के अलावा, अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रà¥à¤šà¤¿ à¤à¥€ उनके शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है। जो छातà¥à¤° अपने अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और रà¥à¤šà¤¿ रखते हैं, वे कम रà¥à¤šà¤¿ या पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होने वालों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अकादमिक रूप से बेहतर पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करते हैं। माता-पिता के पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨, शिकà¥à¤·à¤• समरà¥à¤¥à¤¨ और सीखने के संसाधनों तक पहà¥à¤‚च जैसे कारक à¤à¥€ अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के शैकà¥à¤·à¤¿à¤• हित को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर सकते हैं।
इसलिà¤, पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ शैकà¥à¤·à¤¿à¤• नीतियों और कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ को विकसित करने के लिठअनà¥à¤¸à¥‚चित जाति के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की सामाजिक-आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रà¥à¤šà¤¿ को समà¤à¤¨à¤¾ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है जो उनके शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ में सà¥à¤§à¤¾à¤° कर सकते हैं। इसमें छातà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ और वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सहायता पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना, शैकà¥à¤·à¤¿à¤• संसाधनों तक पहà¥à¤‚च में सà¥à¤§à¤¾à¤° करना और छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ और जà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤µ को बढ़ावा देने वाले सहायक सीखने के माहौल को बढ़ावा देने जैसे हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª शामिल हो सकते हैं। अनà¥à¤¸à¥‚चित जातियों विशेषतर थारू और वालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ जाति के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के परिवार का शैकà¥à¤·à¤¿à¤• वातावरण समान होने के कारण दोनों जातियों की शिकà¥à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ रूचि à¤à¤• जैसी है। अतः शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ à¤à¥€ à¤à¤• जैसी है। शैकà¥à¤·à¤¿à¤• वातावरण का दोनों जातियों में न होने का कारण अशिकà¥à¤·à¤¾, गरीबी और रूढ़िवादिता के तहतॠपालकों में नकारातà¥à¤®à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ है। सामाजारà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° का कोई à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ तथा शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रूचि पर नहीं पड़ता है।
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डॉ. आशीष कà¥à¤®à¤¾à¤° लाल. अनà¥à¤¸à¥‚चित जातियों के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सामाजारà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के संदरà¥à¤ में शैकà¥à¤·à¤¿à¤• उपलबà¥à¤§à¤¿ और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• रूचि का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2023;9(3):184-189.