Vol. 9, Issue 5, Part E (2023)
रीवा जिले के शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के नवाचार हेतॠयोजनाओं का कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ का समीकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
रीवा जिले के शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के नवाचार हेतॠयोजनाओं का कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ का समीकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s)
कृषà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह à¤à¤µà¤‚ डाॅं. रंजना तिवारी
Abstract
इस शोध पतà¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के नवाचार हेतॠयोजनाओं का कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ का समीकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया गया है। शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• विकासखणà¥à¤¡ से नà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤°à¥à¤¶ के रूप में चयनित रीवा जिले के सà¤à¥€ विकासखणà¥à¤¡à¥‹à¤‚ से 2-2 शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ कà¥à¤² 18 महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ से 5-5 शिकà¥à¤·à¤• कà¥à¤² 90 शिकà¥à¤·à¤•, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ तथा पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से 10-10 महिला à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥à¤· पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ कà¥à¤² 360 का चयन का चयन दैव निदरà¥à¤¶à¤¨ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ से साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•à¤¾à¤° साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•à¤¾à¤° हेतॠकिया किया गया है। शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के 100.00 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯, 67.78 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ शिकà¥à¤·à¤• व 68.06 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚े का अà¤à¤¿à¤®à¤¤ है कि शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के नवाचार हेतॠयोजनाओं का कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ शासकीय मानकों के अनà¥à¤°à¥‚प हो रहा है। शोध कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ व शहरी शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शासकीय योजनाओं के कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ में सारà¥à¤¥à¤• अनà¥à¤¤à¤° है। देश के बहà¥à¤®à¥à¤–ी विकास के लिठशिकà¥à¤·à¤¾ की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– à¤à¥‚मिका है और उतà¥à¤¤à¤® शिकà¥à¤·à¤¾ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का नियोजन शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ की योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पर निरà¥à¤à¤° है। शिकà¥à¤·à¤• की वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और कला की दकà¥à¤·à¤¤à¤¾ पर उतà¥à¤¤à¤® कोटि का शिकà¥à¤·à¤£ अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ है और उतà¥à¤¤à¤® कोटि के शिकà¥à¤·à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बालक के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का सरà¥à¤µà¤¾à¤—ीण विकास किया जा सकता है।
How to cite this article:
कृषà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° सिंह à¤à¤µà¤‚ डाॅं. रंजना तिवारी. रीवा जिले के शिकà¥à¤·à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के नवाचार हेतॠयोजनाओं का कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ का समीकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Appl Res 2023;9(5):303-306.