Vol. 3, Issue 11, Part G (2017)
“संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ गà¥à¤°à¤‚थों में अहिंसा"
“संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ गà¥à¤°à¤‚थों में अहिंसा"
Author(s)
डॉ. सरà¥à¤µà¤œà¥€à¤¤ दà¥à¤¬à¥‡
Abstract
अहिंसा मानवीय संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शिखर है। इस परम ऊंचाई को तà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सकता है जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को अनà¥à¤à¤µ हो जाठकि हम सà¤à¥€ दो नहीं हैं, à¤à¤• ही सतà¥à¤¯ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हैं। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ का अनà¥à¤à¤µ अहिंसा की मंजिल तक पहà¥à¤‚चा देता है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के गà¥à¤°à¤‚थों में यह अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ अनेक रूपों में पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ हà¥à¤ˆ हैं। 'सरà¥à¤µà¤‚ खलà¥à¤µà¤¿à¤¦à¤‚ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®', 'ईशावासà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤¦à¤‚ सरà¥à¤µà¤‚' और 'à¤à¤•à¤‚ सदॠविपà¥à¤°à¤¾ बहà¥à¤§à¤¾ वदंति' जैसे अनेक महावाकà¥à¤¯ “अहिंसा परमो धरà¥à¤®:” की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करते हैं। हम सà¤à¥€ आतà¥à¤®à¤¾ जब à¤à¤• ही परमातà¥à¤®à¤¾ के अंश हैं तो हमारा जीवन परसà¥à¤ªà¤° निरà¥à¤à¤° है। à¤à¤• का दà¥à¤– दूसरे का दà¥à¤– है और à¤à¤• का सà¥à¤– दूसरे का सà¥à¤– हो जाता है।अतः ऋषि पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते हैं - 'मा कशà¥à¤šà¤¿à¤¦à¥ दà¥à¤–à¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¥‡à¤¤à¥', 'सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤‚तॠसà¥à¤–िन:'। अहिंसा को जीवन में साधना पड़ता है तब इसकी उपलबà¥à¤§à¤¿ होती है। इसके लिठसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ गà¥à¤°à¤‚थों में बताठगठ"यम-नियम-आसन-पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤¯à¤¾à¤®-पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¹à¤¾à¤°-धारणा-धà¥à¤¯à¤¾à¤¨-समाधि की योग-साधना से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ पड़ता है। तब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अनà¥à¤à¤µ करता है कि “अहिंसा परमं सà¥à¤–म॔।
How to cite this article:
डॉ. सरà¥à¤µà¤œà¥€à¤¤ दà¥à¤¬à¥‡. “संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ गà¥à¤°à¤‚थों में अहिंसा". Int J Appl Res 2017;3(11):527-531.