Vol. 4, Issue 1, Part D (2018)
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चिंतन में धरà¥à¤® और नीति
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चिंतन में धरà¥à¤® और नीति
Author(s)
डॉ. अंजना रानी
Abstract
सà¥à¤µà¤°à¥à¤— के पà¥à¤°à¤²à¥‹à¤à¤¨ से और नरक के à¤à¤¯ से पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ धरà¥à¤® या नीति का पालन करता था। विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के विकास ने सà¥à¤µà¤°à¥à¤— और नरक की अवधारणा को संदेह के घेरे में ला दिया है। आज आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ को धरà¥à¤® के रासà¥à¤¤à¥‡ पर या नीति के मारà¥à¤— पर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठबोध को जागृत करना होगा। उस बोध को जागृत करने में धरà¥à¤® और नीति की वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤µà¤‚ सूकà¥à¤·à¥à¤® समठबहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ सकती है। पूरब की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में जहां धरà¥à¤® सब कà¥à¤› है, वहां पशà¥à¤šà¤¿à¤® की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में नीति पà¥à¤°à¤®à¥à¤– है। सामानà¥à¤¯ लोगों के लिठधरà¥à¤® और नीति परà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤šà¥€ है। मेरे इस शोध लेख से धरà¥à¤® और नीति के संबंध में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• और सूकà¥à¤·à¥à¤® दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पड़ता है, जो धरà¥à¤® से à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ होते हà¥à¤ और नैतिकता से दूर जाते हà¥à¤ जनसामानà¥à¤¯ को शà¥à¤°à¥‡à¤¯ मारà¥à¤— पर लाने में मददगार साबित हो सकती है।
How to cite this article:
डॉ. अंजना रानी. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चिंतन में धरà¥à¤® और नीति. Int J Appl Res 2018;4(1):250-252.