"सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¸à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ रकà¥à¤·à¤£à¤‚ आतà¥à¤°à¤¸à¥à¤¯ विकार पà¥à¤°à¤¶à¤®à¤¨à¤‚ च"
(च० सू० 30/26)
सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ की रकà¥à¤·à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को बनाये रखना तथा रोगी के रोग का पà¥à¤°à¤¶à¤®à¤¨ करना आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ है। इस लकà¥à¤·à¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠपà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ समà¥à¤¯à¤•à¥ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का बड़ा महतà¥à¤¤à¥à¤µ है।
पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ शबà¥à¤¦ पà¥à¤° + कृति दो शबà¥à¤¦ से बना है।
यहाठपà¥à¤° से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ - पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होने से है।
कृति से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ - सृषà¥à¤Ÿà¤¿ या संरचना से है।
जैसा कि शबà¥à¤¦à¤•à¤²à¥à¤ªà¤¦à¥à¤°à¥à¤® तथा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® वैवरà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£ में कहा है –
पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ वाचकः पà¥à¤°à¤¶à¥à¤š कृतिशà¥à¤š सृषà¥à¤Ÿà¤¿ वाचकः।
(शबà¥à¤¦à¤•à¤²à¥à¤ªà¤¦à¥à¤°à¥à¤® तृतीय à¤à¤¾à¤— पृ० स० 242)
शबà¥à¤¦ वà¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के आधार पर à¤à¥€ देखा जाय तो कहा है –
“पà¥à¤°à¤•à¤°à¥‹à¤¤à¤¿ इति पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿:"
(सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ शारीर- घाणेकर टीका अ० 1)
अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जो पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करता हो उसे पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ कहते हैं।
शारीरिक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ (देह पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤):
शारीरिक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¥‹à¤· (वात, पितà¥à¤¤, कफ) के पà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° होती हैं, वहीं मानसिक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ (सतà¥à¤µ, रज, तम) के आधार पर होती है।
आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€à¤¯ संहिताओं में वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ उदà¥à¤µà¤°à¤£ से यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ है कि पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ शà¥à¤•à¥à¤° शोणित संयोग के समय दोषों के पà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ (उतà¥à¤•à¤Ÿà¤¤à¤¾) के आधार पर होती है। जिसके आधार पर सात पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ बताई गयी है।
दो दोषों की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से – तीन (वातपितà¥à¤¤à¤œ वातकफज, पितà¥à¤¤à¤•à¤«à¤œ) तीन दोषों की समà¥à¤¯à¤•à¥ अवसà¥à¤¥à¤¾ से à¤à¤• (वातपितà¥à¤¤à¤•à¤«à¤œ) पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को मौलिक सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ कहा गया है, जो समवाय समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ से रहते हà¥à¤ अपरिवरà¥à¤¤à¤¨à¥€à¤¯ होती है।
पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ªà¥‹ वाऽनà¥à¤¯à¤¥à¤¾à¤à¤¾à¤µà¥‹ कà¥à¤·à¤¯à¥‹ वा नोपजायते।
पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¨à¤¾à¤‚ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µà¥‡à¤¨ जायते तॠगतायà¥à¤·à¤ƒà¥¤à¥¤
(सà¥à¥¦ शा० 4/77)
सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ से ही पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का कोप या अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ à¤à¤¾à¤µ (पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के दोष के कारण रोगोतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿) या पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का हà¥à¤°à¤¾à¤¸ नहीं होता है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में आजनà¥à¤® कोई परिवरà¥à¤¤à¤¨ नहीं होता है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के परिवरà¥à¤¤à¤¨ आयॠसमापà¥à¤¤à¤¿ के सूचक है।
पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤ƒ जनà¥à¤®à¤¤à¥à¤°à¤à¥ƒà¤¤à¤¿ वृदà¥à¤§à¥‹ पातादिः।
(च० सू0 17/62 पर-चकà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤£à¤¿)
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में à¤à¥€ शारीरिक à¤à¤µà¤‚ मानसिक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का वरà¥à¤—ीकरण Phenotype तथा Genotype के रूप में किया जाता है। à¤à¤• अमेरिकी वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• शेलà¥à¤¡à¤¨ ने शारीरिक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर कारà¥à¤¯ किया है, जो आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ लगता है। गरà¥à¤à¤œ विकास में जननसà¥à¤¤à¤° बनने के समय जननसà¥à¤¤à¤° विशेष की पà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के आधार पर देहपà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ -
1) Endomorph - Endoderm Layer की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से
2) Ectomorph - Ectoderm Layer की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से
3) Mesomorph - Mescderm Layer की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से
उपरोकà¥à¤¤ यह तीन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बताये हैं, इतना ही नहीं दो जननसà¥à¤¤à¤° की संयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से पà¥à¤¨ तीन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° तथा तीनों सà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ की समपà¥à¤°à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ से à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सात पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की देह पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨ किया है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ तथा शारीरिक à¤à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ पर à¤à¤• समनà¥à¤µà¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨- उपरोकà¥à¤¤ के परिपेकà¥à¤· में समीचीन पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता ।
[The structure of Psychology (An introductory test educated by C.L. Howarth & K.L.E.C. Willham) Willian sheldon (1940-1942)]