Vol. 9, Issue 4, Part C (2023)
à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤² का उदय: सामासिक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬
à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤² का उदय: सामासिक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬
Author(s)
राहà¥à¤² पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯
Abstractà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤² के उदय के संदरà¥à¤ में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ व पाशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने अपने विचार पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किठहैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का à¤à¤• वरà¥à¤— à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤² का उदय पराजित मनोवृतà¥à¤¤à¤¿ को माना है।दूसरा वरà¥à¤— à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का मूल पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ में खोजने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है।तीसरा वरà¥à¤— à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का उदà¥à¤—म दà¥à¤°à¤µà¤¿à¤¡à¥‹à¤‚ से माना है।चौथा वरà¥à¤— à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का उदà¥à¤—म सामाजिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ में खोजने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है।
वहीं पाशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के उदय को ईसाई धरà¥à¤® की देन कहा है।कà¥à¤› विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के उदय में अरबों का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ माना है।
इन सà¤à¥€ मतों के अधà¥à¤¯à¤¨à¥‹à¤ªà¤°à¤¾à¤‚त यह पता चलता है कि कोई à¤à¤• निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ विचार à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के उदय में जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° नहीं है। अंततःहिंदी साहितà¥à¤¯à¥‡à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने माना कि à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ आंदोलन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ दरà¥à¤¶à¤¨ और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ की अविचà¥à¤›à¤¿à¤¨à¥à¤¨ धारा के रूप में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤«à¥à¤Ÿà¤¿à¤¤ हà¥à¤† है।और इस धारा का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤«à¥à¤Ÿà¤¨ आकसà¥à¤®à¤¿à¤• नहीं हà¥à¤†à¥¤ इस आलेख में इसी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से विचार किया गया है।
How to cite this article:
राहà¥à¤² पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯. à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤² का उदय: सामासिक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¿à¤®à¥à¤¬. Int J Appl Res 2023;9(4):211-214.